गर्मियों की एक रात थी। घर में सन्नाटा पसरा हुआ था। चाचा बाहर गए हुए थे, और पूरा घर खाली था। रीना चाची, जोकि ३५ साल की थीं, अपने कमरे में अकेली बैठी हुई थीं। उनका सुंदर, गोरा शरीर एक हल्की सी साड़ी से ढका हुआ था, जो उनके नशीले कर्व्स को और भी आकर्षक बना रहा था।
उधर, उनका भतीजा राहुल, जोकि २१ साल का जवान लड़का था, अपने कमरे में बैठा मोबाइल चला रहा था। पर उसका मन कहीं और था। वह बार-बार चाची के कमरे की तरफ देख रहा था। रीना चाची उसकी माँ की छोटी बहन थीं, और उनके साथ रहने आई थीं। राहुल हमेशा से ही चाची के आकर्षक व्यक्तित्व से प्रभावित था, पर आज रात कुछ अलग थी।
अचानक बिजली चली गई। अंधेरे में रीना चाची ने आवाज लगाई, “राहुल, कोई मोमबत्ती लेकर आओ।”
राहुल तुरंत मोमबत्ती लेकर चाची के कमरे में पहुँचा। मोमबत्ती की रोशनी में चाची का चेहरा और भी मोहक लग रहा था। राहुल की नज़रें चाची के गले से नीचे स्लिप में झांकते हुए उनके भरपूर स्तनों पर टिक गईं।
चाची ने महसूस किया और हल्की सी मुस्कुराई, “क्या देख रहे हो इतने ग़ौर से?”
राहुल घबरा गया, “नहीं चाची… मैं… मैं बस…”
चाची ने उसका हाथ पकड़ लिया, “डरो मत, बैठो यहाँ।”
राहुल उनके पास बैठ गया। उसका दिल धड़क रहा था। चाची ने उसका चेहरा हाथों में लिया, “तुम बड़े हो गए हो… अब लड़के नहीं, मर्द बन चुके हो।”
राहुल ने कुछ कहने की कोशिश की, पर चाची ने उसके होंठों पर अपनी उंगली रख दी, “चुप… बोलो मत।”
फिर अचानक, चाची ने उसके होंठों को अपने होंठों से ढक लिया। राहुल के शरीर में बिजली सी दौड़ गई। उसने चाची को जोर से अपनी बाहों में भर लिया। दोनों का जुनून बढ़ता गया। चाची ने धीरे से अपनी साड़ी उतार दी और राहुल ने उनके नरम शरीर को छूना शुरू कर दिया।
धीरे-धीरे दोनों पलंग पर आ गए। राहुल ने चाची के स्तनों को चूसा, जिससे चाची मस्ती में कराह उठीं। “आह… राहुल… येस… ऐसे ही…”
राहुल ने नीचे जाते हुए चाची की चूत को चाटना शुरू कर दिया। चाची की मस्ती की आवाज़ें और तेज़ हो गईं। “ओह हाँ… बस… और जोर से!”
फिर राहुल ने अपना कड़ा लंड चाची की गीली चूत में डाल दिया। चाची चीख पड़ीं, “आह! इतना बड़ा!”
राहुल ने जोर-जोर से चुदाई शुरू कर दी। चाची उसके कंधे पर नाखून गड़ा रही थीं। “ओह मेरे बेटे… तू मुझे चोद डालेगा!”
कुछ ही देर में दोनों ओर्गैज़्म की ऊँचाइयों पर पहुँच गए। राहुल ने अपना गर्म माल चाची की चूत में गिरा दिया। दोनों थककर एक-दूसरे से लिपट गए।
चाची ने प्यार से राहुल के बाल सहलाए, “आज के बाद तू मेरा हो गया। यह हमारा राज़ रहेगा।”
राहुल ने सिर हिलाया और चाची को फिर से चूम लिया। उस रात के बाद से दोनों गुप्त रूप से मिलते रहे, और उनका यह नाज़ुक रिश्ता गहराता गया।